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Full Form of VRS in Hindi: हेल्लो दोस्तों ? स्वागत है आपका इस आर्टिकल में, दोस्तों आज हम लोग बात करने वाले हैं VRS full form in hindi साथ ही हम लोग VRS details in Hindi के बारे में यानी VRS से जुड़ी सारी जानकारी जानने वाले हैं। जिसके लिए आप इस आर्टिकल पर आए हैं।
तो चलिए VRS से जुड़ी कोई भी जानकारी जानने से पहले हम लोग यह जानकारी प्राप्त कर लेते हैं कि VRS का फुल फॉर्म क्या होता है? (VRS full form in hindi)
Table of Contents (विषयसूची)
VRS Ka Full Form Kya Hai?
वीआरएस की फुल फॉर्म क्या है? की बात करें तो VRS Ka Full Form “Voluntary Retirement Scheme” होता है।
Full Form of VRS in Hindi
V R S full form in hindi यानी VRS Meaning in Hindi की बात करें तो वीआरएस का फुल फॉर्म “स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना” होता है।
दोस्तों जैसा कि अभी हम लोगों ने जाना कि vrs full form स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना होता है। दोस्तों वीआरएस फुल फॉर्म इन हिंदी के अलावा ऐसे भी बहुत सारे वीआरएस से जुड़ी जानकारी है जिसके बारे में जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है।
यदि आप किसी प्राइवेट या सरकारी कंपनी में जॉब कर रहे हैं तो आपको VRS क्या है इसकी पूरी जानकारी अवश्य पता होनी चाहिए। क्योंकि आपके कार्य के दौरान यह नाम आपको अक्सर सुनने को मिलता होगा। और ऐसे में आपके मन में भी वीआरएस को लेकर काफी सारे सवाल आते होंगे।
तो आज हमलोग आपके यही सारे सवालो के बारे में पूरी details के साथ जानेंगे की VRS Kya Hota Hai? वीआरएस के बारे में जानना आपके लिए काफी जरुरी है क्यूंकि ये आपके नौकरी से जुड़ी एक बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी है क्या आपको पता है कि:-
- वीआरएस क्या होता है?
- वीआरएस के फायदे क्या है?
- वीआरएस के नुकसान क्या है?
- वीआरएस कौन ले सकते है?
- वीआरएस कब ले सकते है?
- वीआरएस के नियम क्या है?
- वीआरएस कैसे ले सकते है?
दोस्तों अगर आपको VRS से जुड़ी ये सारी जानकारी नहीं पता है तो आप बिल्कुल भी चिंता ना करें क्योंकि आज हम लोग What is VRS in Hindi से जुड़े यह सारे प्रश्नों के बारे में जानने वाले हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि VRS Kya Hota Hai? का यह आर्टिकल पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में VRS information in Hindi से जुड़े जितने भी सवाल है सारे सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा।
तो चलिए अब हमलोग जानते है की वीआरएस क्या है? (voluntary retirement in hindi)
VRS Kya Hota Hai? (What is VRS in Hindi)
आसान भाषा में वीआरएस क्या होता है? की बात करे तो वीआरएस जिसका पूरा नाम वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना एक प्रकार का योजना है जिसके द्वारा कोई कर्मचारी अपने काम से अपने निर्धारित रिटायरमेंट की समय से पहले अपने स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले सकते है या कोई कंपनी अपने कर्मचारी को एक निश्चित रकम देकर उनके काम से रिटायरमेंट यानी सेवानिवृत्ति दे सकते है।
जिस नियम के द्वारा अतिरिक्त कर्मचारियों के बल को कम करने के लिए अलग-अलग कंपनियों द्वारा उपयोग किया जाने वाला प्रस्ताव वीआरएस के अंतर्गत में आता है। यदि किसी कंपनी के पास आवश्यकता से अधिक कर्मचारी उपलब्ध है तो उन्हें कम करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। हम सीधी सी भाषा में कह सकते हैं कि किसी भी कंपनी के कर्मचारी की संख्या को घटाने की प्रक्रिया को वीआरएस कहा जाता है।
कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों हेतु बहुत सारी योजनाएं कंपनी द्वारा चलाई गई है। उन्हीं में से एक वीआरएस योजना है। किसी भी सरकारी संगठन में कार्य कर रहे हैं तो वहां के कर्मचारी की संख्या को नियंत्रित करने के लिए इसी उद्देश्य को ध्यान में रखा जाता है और राज्य द्वारा वीआरएस को लाया जाता है। इस योजना के माध्यम से कोई भी कंपनी अपने अतिरिक्त कर्मचारी को बांटने तथा संगठन सुधार करने के लिए इस योजना को प्रयोग में लाते है।
तथा किसी भी कर्मचारी को खुद से सेवानिवृत्ति प्राप्त करने के लिए यह सबसे अच्छी योजना है। सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति प्राप्त करने के लिए वीआरएस को बनाया गया है। इसको अंग्रेजी भाषा में golden hand shake भी कहा जाता है।
वीआरएस के फायदे क्या हैं? (Benefits of VRS in Hindi)
जब भी कोई योजना बनाए जाते है तो उससे किसी खास वर्ग को इससे काफी ज्यादा फायदे होते है और इसी प्रकार वीआरएस के भी बहुत सारे फायदे है जो की कुछ खास है।
- जो भी कर्मचारी शारीरिक या मानसिक रूप से अपने काम करने में सक्षम नहीं होते हैं तो ऐसे में वीआरएस उनके लिए काफी लाभदायक होते है वे वीआरएस की मदद से अपने काम से अपने निर्धारित रिटायरमेंट की समय से पहले अपने स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले सकते है
- जो कर्मचारियों वीआरएस के द्वारा रिटायरमेंट लेते है ऐसे कर्मचारियों को सरकार द्वारा एक निश्चित राशि में वेतन प्रदान किया जाता है।
- इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 10 (10c) के अनुसार वीआरएस में प्राप्त कंपैशन का ज्यादा से ज्यादा 500000 की छूट दी जाती है।
- एक निश्चित रकम देने के पश्चात केंद्र तथा राज्य द्वारा अन्य सुविधाएं भी कर्मचारियों को प्रदान की जाती है।
वीआरएस के नुकसान क्या है?
जो भी योजना होते है उसमे कुछ फायदे के साथ कुछ कुछ नुकसान भी होते है वैसे ही वीआरएस में फायदे के साथ कुछ कुछ नुकसान भी है। एक तरह से हम कहे तो वीआरएस लेने से लाभ कम और नुकसान अधिक होता है। वीआरएस के नुकसान की बात करे तो वह कुछ इस प्रकार है।
वीआरएस लेने से कर्मचारी को एक निश्कित रकम तो दिया जाता है पर वह पूरा कार्य समय पूरा करने के बाद रिटायरमेंट में मिलने वाले रकम से काफी कम होते है।
वीआरएस लेने से कर्मचारी को कई तरह के भत्ते का लाभ नहीं मिल पता है।
वीआरएस लेने से कर्मचारी को नौकरी के साथ साथ मिलने वाले सारी सुबिधाए जैसे घर, गाड़ी, गार्ड आदि सुबिधाओ से भी वंचित होना पड़ता है।
वीआरएस से सिर्फ कर्मचारी को ही नुकसान नहीं होता इससे कंपनी को भी काफी नुकसान होता है कंपनी अपना एक trained worker खो देते है।
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वीआरएस कौन ले सकते हैं?
यह योजना नियमित और स्थाई रूप से कर्मचारियों और अफसरों के लिए हैं। इसके बावजूद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देना प्रबंधन के सोच पर निर्भर करेगा। इसमें ऐसे कर्मचारी या अधिकारी आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने 15 वर्ष या उससे अधिक अपनी सेवा कंपनी में दिया है या फिर उनका उम्र 45 वर्ष हो चुका है।
वीआरएस कब ले सकते हैं?
वीआरएस के अनुसार यदि कोई कर्मचारी किसी कंपनी में 20 साल से अधिक अपनी सेवा दे चुके है तो वह नियम 48-ए के तहत अपने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन कर सकता है।
वही यदि कोई कर्मचारी का उम्र 50 वर्ष से अधिक है तो वह एफआर 56 के तहत अपने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन कर सकता है। और अन्य मामलों में 55 साल की उम्र पूरा हो जाने के बाद आवेदन कर सकता है।
वीआरएस के नियम क्या है? (VRS Rules in Hindi)
वीआरएस के नियम की बात करे तो वह कुछ इस प्रकार है:-
- जिन कर्मचारियों की उम्र 50 साल है और 20 साल की सेवा समाप्त कर लेने के बाद इस स्कीम के पात्र माने जाएंगे।
- वीआरएस लेने के लिए नियुक्ति अधिकारी को प्रत्यक्ष रूप से एक नोटिस 3 महीने पहले भेजना पड़ता है।
- इसके बाद नियुक्ति अधिकारी द्वारा प्राप्त नोटिस की गणना किया जाता है।
- जिसके बाद यह सूचना सुनाने से पहले एक कर्मचारी को चुनाव के प्राधिकरण को संतुष्ट करना होता है
- कि वे अपने क्वालीफांइग सर्विस पूरा कर चुका है जब चुनाव के प्राधिकरण अधिकारी पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाएगा कि कर्मचारी ने 20 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं तो उसके द्वारा वीआरएस दे देते हैं जो कर्मचारी ले लिया करते हैं।
- वीआरएस प्राप्त करने के बाद कर्मचारी को जो कमपेंशन मिलता है वह उनके वेतन के हेड से इनकम मानी जाती है।
- Protect of lieu of salary के अनुसार यह टेक्सटेबल होती है।
- इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 10(10c) के अनुसार वीआरएस में प्राप्त कमपेंशन की अधिकतम 500000 की छूट दी जा सकती है।
वीआरएस कैसे ले सकते हैं? (How To Take VRS in Hindi)
चलिए अब हम जानते हैं कि वीआरएस हम कैसे ले सकते हैं तो महीने की प्रारंभ में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम का एलान किया है। यह ऐलान भी वैसा ही है जैसे बीएसएनएल तथा एमटीएनएल की तरफ से किया गया था। एसबीआई जो कर्मचारी 25 वर्ष से कार्य कर रहे हैं। या फिर जिसकी आयु 55 वर्ष हो चुकी है। वह इस स्कीम को अपना सकते हैं। जानकारों की मानें तो वीआरएस लेने के अनेक कारण हो सकते हैं जिसमें कर्मचारी के कार्य करने की क्षमता और उसकी इच्छा भी शामिल होती है । इसके लिए आपको कुछ बातों पर ध्यान रखना होगा जो नीचे दिए हुए हैं:-
- आपको उससे क्या लाभ होता है या आपको से क्या मिलता है?
- मूल्यांकन भी बहुत ही जरूरी है यह बहुत सारे जानकारों ने भी कहा है।
- उन पर लगने वाले टैक्स का भी ध्यान रखें।
- अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस काम को करें।
- आप अपना एक इमरजेंसी फंड जरूर तैयार कर लें।
तो दोस्तो यह है VRS की पूरी जानकारी जिसमें हमलोग VRS full form in Hindi के साथ – साथ VRS के बारे में वह सारी जानकारी के बारे में जाने जिसकी आपको तलाश थी। दोस्तो आशा करती हूं कि आप VRS से जुड़ी दी गई जानकारी से आप संतुष्ट है और आपके मन में VRS से जुड़े जितने भी सवाल थे सारे सवालों के जवाब मिल गया होगा।
वीआरएस का फुल फॉर्म “Voluntary Retirement Scheme” होता है। जिसे हिंदी में “स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना” कहा जाता है।
वीआरएस जिसका पूरा नाम वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना एक प्रकार का योजना है जिसके द्वारा कोई कर्मचारी अपने काम से अपने निर्धारित रिटायरमेंट की समय से पहले अपने स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले सकते है या कोई कंपनी अपने कर्मचारी को एक निश्चित रकम देकर उनके काम से रिटायरमेंट यानी सेवानिवृत्ति दे सकते है।
ऐसे कर्मचारी या अधिकारी आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने 15 वर्ष या उससे अधिक अपनी सेवा कंपनी में दिया है या फिर उनका उम्र 45 वर्ष हो चुका है वे वीआरएस ले सकते है।
जो कर्मचारी किसी कंपनी में 20 साल से अधिक अपनी सेवा दे चुके है या कर्मचारी का उम्र 50 वर्ष से अधिक है तो वे वीआरएस ले सकते है।
इनके अलावा भी दोस्तो अगर आपके मन में VRS से जुड़ी किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप हमें comments करके पूछ सकते है और मै पूरा कोशिश करूंगी की आपके सारे सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तों,इसी प्रकार के informative articles के लिए हमारे साथ जुड़े रहे!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद…!!!???