Introduction of jharkhand in hindi | झारखंड का परिचय

Introduction of jharkhand in hindi | झारखंड का परिचय | jharkhand ka samanya parichay

राज्य झारखंड 
राजधानी रांची
उपराजधानीदुमका
गठन 15 सितम्बर 2000
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन 
राज्यपाल श्री रमेश बैस
कुल जिले 24
कुल क्षेत्रफल79,714 किमी²
कुल जनसंख्या 3,29,88,134
जनसंख्या घनत्व414 /किमी²
वर्तमान सरकारझारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार 
विधानमण्डलएकसदनीय
विधानसभा की कुल सीटे82
राज्यसभा की कुल सीटे06
लोकसभा की कुल सीटे14
राज्यभाषाहिंदी
राजकीय पशुहाथी
राजकीय पक्षीकोयल
राजकीय फूलपलाश
सबसे प्रसिद्ध फलकटहल
राजकीय वृक्षसाल
राजकीय मिठाईदुधौरी
सबसे प्रसिद्ध लोक नृत्यछाउ

झारखंड की स्थापना (गठन)

झारखंड राज्य की स्थापना 15 सितम्बर 2000 को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिन के अवसर पर किया गया है। झारखंड भारत का 28वा राज्य है जिसे बिहार राज्य से अलग करके बनाया गया है। झारखंड राज्य की राजधानी रांची है।

झारखंड की नामकरण

झारखंड का सम्पूर्ण राज्य छोटानागपुर के पठार पर उपस्थित है जिस कारन झारखंड को छोटानागपुर का पठार या छोटानागपुर प्रदेश भी कहा जाता है। झारखंड एक आदिवासी बहुल वाला राज्य है यहाँ का ज्यादातर क्षेत्र जंगलो से घिरा हुआ है। और इसी कारण इसका नाम झारखंड रखा गया है।

झारखंड का अर्थ (मतलब)

झार का मतलब होता है झाड़ जंगल और खंड का मतलब होता है टुकड़ा, इसी प्रकार झारखंड का मतलब यानी अर्थ होता है भूमि का एक ऐसा टुकड़ा जो झाड़ जंगल से भरा हुआ है। झारखंड यानी झाड़ जंगल वनों का खंड। 

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झारखंड की कल्पना

झारखंड की कल्पना सबसे पहले जयपाल सिंह मुंडा के द्वारा किया गया था। 1930 के आसपास में गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में पहली बार झारखंड एक राज्य की कल्पना की थी। जयपाल सिंह मुंडा भारत के एक हॉकी खिलाड़ी थे भारतीय हॉकी टीम ने जयपाल सिंह मुंडा की कप्तानी में 1928 के ओलिंपिक में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था।

झारखंड राज्य कैसे बना?

झारखंड राज्य कई आंदोलन और क्रांति का परिणाम है। झारखंड आंदोलन की शुरुआत 20वी सदी के शुरुआत में हुई थी। 1938 में जयपाल सिंह मुंडा ने राजनैतिक स्तर पर झारखंड पार्टी का गठन किया था। बिहार की राजनीती में झारखंड पार्टी धीरे धीरे अपने पैर फेलाने लगे और 1950 के दशकों में झारखंड पार्टी बिहार में सबसे बड़ी विपक्षी दल की भूमिका में रही।

1947 भारत के स्वतंत्रा के बाद जब 1953 में भारत सरकार के द्वारा राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन किया गया था तब झारखंड एक अलग राज्य की मांग हुई जिसमें तत्कालीन बिहार राज्य के अलावा उड़ीसा और बंगाल राज्य का भी क्षेत्र शामिल था।  उस समय जिस क्षेत्र में झारखंड की मांग की गई थी उस क्षेत्र में कोई एक आम भाषा ना होने के कारण राज्य पुनर्गठन आयोग ने झारखंड के दावे को खारिज कर दिया।

इसके बाद धीरे धीरे झारखंड पार्टी की शक्ति में कमी आने लगी। झारखंड आंदोलन को सबसे बड़ा आधात तब पहुंचा जब 1963 में जयपाल सिंह मुंडा ने झारखंड पार्टी के अन्य सदस्यों से बिना विचार विमर्श किए ही झारखंड पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया।

इसके बाद छोटानागपुर के इस क्षेत्र में कई झारखंड अलग राज्य विचारधारा वाली छोटे छोटे राजनितिक दलों का उदय हुआ।

1967 में बिनोद बिहारी महतो के द्वारा “शिवाजी समाज” नामक संगठन शुरू किया गया। 

1969 में शिबू सोरेन के द्वारा “सोनत सांथाल समाज” की स्थापना किया गया।

1972 में बिनोद बिहारी महतो के द्वारा “झारखंड मुक्ति मोर्चा” का गठन किया गया।

1986 में निर्मल महतो के द्वारा “ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन” (AJSU) का गठन किया गया।

झारखंड अलग राज्य की मांग उठती रही और झारखंड अलग राज्य के लिए कई आंदोलन किया गया। झारखंड अलग राज्य की सपना तब साकार हुआ जब 2 अगस्त 2000 को भारतीय संसद के द्वारा बिहार राज्य के दक्षिण के कुछ भागो को मिलकर झारखंड एक अलग राज्य का बिल बिहार पुनर्गठन बिल पारित किया गया और उसी साल धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिन के अवसर पर 15 नवम्बर 2000 को झारखंड राज्य का गठन किया गया और इस प्रकार भारत के 28वें राज्य के रूप में झारखंड राज्य का जन्म हुआ।

निष्कर्ष:

Introduction of jharkhand in hindi यानी झारखंड का परिचय के एक आर्टिकल में हमलोग jharkhand ka samanya parichay के बारे में जाने की jharkhand ka gathan, jharkhand ke namankan, jharkhand ka arth, jharkhand ki kalpana और jharkhand kaise bana? के बारे में पूरी जानकारी जाने।

झारखंड राज्य की स्थापना 15 सितम्बर 2000 को की गई है।

झारखंड की राजधानी रांची है।

झारखंड में 24 कितने जिले है।

झारखंड की राजकीय पशु हाथी है।

झारखंड की राजकीय पक्षी कोयल है।

इसके अलावा भी यदि आपके मन में jharkhand ka parichay से जुड़ा किसी भी प्रकार का प्रश्न है तो वह comments करके पूछ सकते है मैं पूरा कोशिश करूँगा की आपके प्रश्नों का उत्तर दूँ।

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